सूरह कौसर पढ़ने की क्या फजीलत है? || Surah Kausar Ki Fazilat

 

        बिस्मिल्लाह हिररहमाननिररहीम 

सूरह कौसर हिन्दी मे 

इन्ना तैना कल कौसर 


फ़सल्ले ले रब्बेका वनहर 


इन्ना शानेका होवल अबतर 

सूरह कौसर का तर्जुमा 

बेशक हमने आपको कौसर अता किया 


बस अपने रब के लिए नमाज़ अदा करो और कुर्बानी करो 


बेशक आपका दुश्मन हि बेनाम ओ निशान रहेगा । 




सूरह कौसर  की फजीलत 


सूरह कौसर  कुरान मजीद की 108 नंबर की सूरह है। इसमे कुल 3 आयतें हैं और ये कुरान मजीद की सबसे छोटी सूरह है।  ये मक्की सूरह है और इसके बेशुमार फायदे हैं।


सूरह कौसर पढ़ने से बरकते नाज़िल होती हैं। 

नेक और सालेह  औलाद नसीब होती है। 

सूरह कौसर  की तिलवात करने से हर परेशानी और रंज इंसान से दूर रहते हैं ।


माल मे खैर ओ बरकत होती है ।


दुश्मनों से हिफाजत करती है। 

 
इसकी तिलवात  करने वालों की तमाम जाएज तमन्नाए और दुआ कुबूल होती हैं।


 सूरह कौसर की तिलवात करने वाला अल्लाह की हिफ़्ज़ ओ अमान मे रहता है। 


वैसे तो इस सूरह के बेशुमार फायदे हैं और उनका बयान करना किसी भी इंसान के बस की बात नहीं है लेकिन फिर भी ऊपर बयान किए गए फायदे हो सकता है आप मे से किसी के काम आ जाएं और आप अगर इस पोस्ट को पसंद करे तो कमेन्ट करना मत भूलिएगा।। 

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